हाल ही में, मेटा कंपनी ने उपयोगकर्ता डेटा का उपयोग करके अपने कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है, जिसने जनता का व्यापक ध्यान आकर्षित किया है। यह योजना केवल सार्वजनिक डेटा को ही नहीं, बल्कि उपयोगकर्ताओं के गैर-सार्वजनिक डेटा को भी शामिल करती है। इस कदम को यूनाइटेड किंगडम के सामान्य डेटा संरक्षण विनियमन (GDPR) के तहत चुनौती दी गई है, खासकर ओपन राइट्स ग्रुप जैसी संगठनों की शिकायतों द्वारा।

Meta, मेटावर्स, फेसबुक

इस संगठन ने यूके के सूचना आयुक्त कार्यालय में एक शिकायत दर्ज की है, जिसमें मेटा की गोपनीयता नीति की जांच करने की मांग की गई है। मेटा के अनुसार, ये डेटा प्रोसेसिंग "वैध हित" के आधार पर है, लेकिन कई लोग इस पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं, यह मानते हुए कि यह उपयोगकर्ताओं के गोपनीयता अधिकारों का उल्लंघन कर सकता है।

मेटा ने मई के अंत में यूके के फेसबुक और इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं को एक ईमेल भेजा, जिसमें उन्हें आगामी गोपनीयता परिवर्तनों के बारे में सूचित किया गया। ये परिवर्तन मेटा को 2007 से एकत्र किए गए उपयोगकर्ता डेटा का उपयोग करके अपनी AI को प्रशिक्षित करने की अनुमति देते हैं। हालांकि मेटा ने कहा कि उपयोगकर्ता बाहर निकलने का विकल्प चुन सकते हैं, ओपन राइट्स ग्रुप का मानना है कि यह विकल्प पर्याप्त नहीं है और उपयोगकर्ताओं की सहमति को नजरअंदाज किया गया है।

ओपन राइट्स ग्रुप ने सूचना आयुक्त कार्यालय से कार्रवाई करने की अपील की है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि 50 मिलियन से अधिक यूके उपयोगकर्ताओं का व्यक्तिगत डेटा बिना सहमति के प्रोसेस नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मेटा के पास डेटा प्रोसेसिंग के लिए कोई वैध कारण नहीं है, और डेटा प्रोसेसिंग के विशिष्ट उद्देश्य को स्पष्ट नहीं किया गया है।

मेटा का तर्क है कि उनका व्यवहार उपयोगकर्ताओं के हित में है, और यह भी कहा कि उनके प्रतिस्पर्धी समान तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। फिर भी, यह विवाद डेटा गोपनीयता और सुरक्षा पर गहन विचार को जन्म देता है।

मुख्य बिंदु:

1. 📜 **शिकायत दर्ज**: ओपन राइट्स ग्रुप ने यूके के सूचना आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज की है, जिसमें मेटा द्वारा उपयोगकर्ता डेटा के उपयोग की वैधता पर सवाल उठाया गया है।

2. 🔒 **उपयोगकर्ता गोपनीयता जोखिम**: मेटा का 50 मिलियन उपयोगकर्ताओं के डेटा का उपयोग करने की योजना, बिना पर्याप्त सहमति के, गोपनीयता नियमों का उल्लंघन कर सकती है।

3. 🤖 **वैध हित का बचाव**: मेटा का कहना है कि उनकी डेटा प्रोसेसिंग "वैध हित" के आधार पर है, लेकिन इस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।