हाल ही में, इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) ने एक ऐसा कृत्रिम बुद्धिमत्ता स्कैनिंग शुरू करने की अनुमति प्राप्त की है, जिसकी लागत केवल 1 पाउंड है। इस नई तकनीक का उद्देश्य चिकित्सकों को अधिक सटीकता से यह पहचानने में मदद करना है कि क्या मरीजों में फ्रैक्चर हैं, विशेषकर आपातकालीन विभागों और आपातकालीन देखभाल केंद्रों में, जहां अक्सर गलत पहचान की स्थिति होती है।
छवि स्रोत नोट: छवि AI द्वारा उत्पन्न, छवि लाइसेंस प्रदाता Midjourney
डेटा से पता चलता है कि आपातकालीन चिकित्सा में लगभग 10% फ्रैक्चर मामलों को चिकित्सा पेशेवरों द्वारा नजरअंदाज या देर से पहचान की जाती है। यह गलत पहचान न केवल मरीज की स्थिति को बिगाड़ सकती है, बल्कि उपचार को भी अधिक जटिल बना सकती है। इसलिए, कृत्रिम बुद्धिमत्ता स्कैनिंग का उद्देश्य फ्रैक्चर पहचान की सटीकता को बढ़ाना और प्रारंभिक मूल्यांकन और बाद के उपचार के बीच संभावित क्षति को कम करना है।
ब्रिटेन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य और देखभाल उत्कृष्टता संस्थान (Nice) की सिफारिशों के अनुसार, नैदानिक प्रमाण दर्शाते हैं कि एक्स-रे स्कैनिंग के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग पहचान दर को बढ़ा सकता है, बिना गलत पहचान के जोखिम को बढ़ाए। इसका मतलब है कि AI न केवल चिकित्सकों को उन फ्रैक्चर को पहचानने में मदद कर सकता है जो आसानी से नजरअंदाज किए जा सकते हैं, बल्कि यह उनके कार्यभार को भी प्रभावी ढंग से कम कर सकता है।
वर्तमान में, NHS चार प्रकार के कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्लेटफार्मों में से चुन सकता है, जिनमें TechCare Alert, Rayvolve, BoneView और RBfracture शामिल हैं। ये प्लेटफार्म विभिन्न आयु वर्ग के मरीजों के लिए उपयुक्त हैं। NHS के स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी निदेशक मार्क चैपमैन ने कहा कि इन तकनीकों का परिचय चिकित्सा पेशेवरों को प्रभावी समर्थन प्रदान करेगा, जिससे वे तेजी से निदान कर सकेंगे, और इस प्रकार मरीजों को पुनः अपॉइंटमेंट की आवश्यकता कम होगी।
सामान्यतः, जिन मरीजों में फ्रैक्चर की आशंका होती है, उन्हें पहले नर्स या डॉक्टर द्वारा मूल्यांकन किया जाता है, और उसके बाद एक्स-रे तकनीशियन द्वारा एक्स-रे किया जाता है। इन एक्स-रे को रेडियोलॉजिस्ट या अन्य प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि मरीज को डिस्चार्ज के समय विस्तृत रिपोर्ट प्रदान की जा सके। हालांकि, वास्तविक संचालन में अक्सर रिपोर्ट में देरी होती है, जिससे डॉक्टरों को समय पर परिणाम नहीं मिलते, जो कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता को पेश करने का एक महत्वपूर्ण कारण है।
कुल मिलाकर, यह नई पहल न केवल मरीजों को तेजी से निदान प्रदान करती है, बल्कि NHS के लिए जनशक्ति की कमी की समस्या को भी हल करती है। अब, NHS इस योजना पर एक परामर्श कर रहा है, जो 5 नवंबर को समाप्त होने की योजना है।
मुख्य बिंदु:
💡 इंग्लैंड NHS ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता स्कैनिंग शुरू की, जिसका लक्ष्य फ्रैक्चर की सटीक पहचान करना है।
💰 प्रत्येक AI स्कैन की लागत केवल 1 पाउंड है, जिसका उद्देश्य गलत पहचान के जोखिम को कम करना है।
👩⚕️ AI तकनीक चिकित्सा पेशेवरों को समर्थन प्रदान करेगी, निदान की दक्षता बढ़ाएगी और मरीजों की प्रतीक्षा समय को कम करेगी।