भारत की Addverb Technologies लिमिटेड, रिलायंस समूह के समर्थन से, वैश्विक रोबोटिक्स उद्योग की गति को तेजी से पकड़ने के लिए काम कर रही है। कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि वह 2025 में अपने पहले मानव-सदृश रोबोट लॉन्च करेगी, प्रारंभिक चरण में 100 मॉडल जारी करने की योजना है। Addverb के सह-संस्थापक और CEO संगीत कुमार ने एक साक्षात्कार में कहा कि ये रोबोट ऊर्जा, खुदरा आदि कई उद्योगों में उपयोग किए जाएंगे।

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Addverb की पृष्ठभूमि काफी मजबूत है, रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी में 56% हिस्सेदारी रखती है, जो इसे सबसे बड़ा रोबोट उपभोक्ता बनाती है। कुमार ने बताया कि रिलायंस की तकनीकी विशेषज्ञता Addverb के रोबोट विकास को काफी बढ़ावा देगी, विशेष रूप से मौजूदा 5G तकनीक के आधार पर, इसे मानव-सदृश रोबोट के विकास में लागू किया जाएगा।

कुमार ने यह भी उल्लेख किया कि ये मानव-सदृश रोबोट गति, ऊंचाई और लचीलापन जैसे पहलुओं में अमेरिका, चीन और यूरोप के बाजारों में मौजूदा उत्पादों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। लेकिन Addverb केवल मानव-सदृश रोबोट पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा है, भविष्य में वह सैन्य स्तर के रोबोट लॉन्च करने की योजना भी बना रहा है, और यहां तक कि मानव-सदृश रोबोट को मंगल पर भेजने की कल्पना कर रहा है।

हालांकि वर्तमान में इन रोबोटों की कीमतें निर्धारित नहीं की गई हैं, लेकिन कुमार ने जोर दिया कि कीमत विभिन्न उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार भिन्न होगी। Addverb के पास वैश्विक स्तर पर 300 ग्राहक हैं, जिनमें प्रसिद्ध शिपिंग कंपनी मर्स्क (Maersk) शामिल है, जो इसके भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है।

जैसे-जैसे वैश्विक स्तर पर मानव-सदृश रोबोटों के प्रति रुचि बढ़ रही है, भारत की कंपनियों की भागीदारी इस बाजार में नई ऊर्जा लाने की संभावना है। अमेरिका की Figure, Tesla, Agility Robotics और Unitree जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर रही हैं, Addverb का उदय अधिक भारतीय कंपनियों को इस उद्योग में प्रवेश करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

इस मानव-सदृश रोबोट प्रतियोगिता में, Addverb की रणनीतिक योजना और तकनीकी नवाचार महत्वपूर्ण कारक बनेंगे, और 2025 में इसके पहले मानव-सदृश रोबोट के आगमन के समय जो प्रभाव पड़ेगा, उसकी उम्मीद की जा रही है।

मुख्य बिंदु:  

🤖 **Addverb 2025 में पहले 100 मानव-सदृश रोबोट लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जो कई उद्योगों में उपयोग होंगे।**  

💡 **रिलायंस समूह के पास Addverb में 56% हिस्सेदारी है, जो तकनीकी समर्थन प्रदान करता है।**  

🚀 **भविष्य के लक्ष्य में सैन्य रोबोट और मानव-सदृश रोबोट अंतरिक्ष कार्यक्रम का विकास शामिल है।**