आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की लहर में, कई युवा नवोन्मेषी तरीकों से वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर रहे हैं। 18 वर्षीय ज़ैच यादेगारी और 23 वर्षीय ब्लेक एंडरसन इनमें से प्रमुख हैं, जिन्होंने ChatGPT की नो-कोड विकास क्षमता का उपयोग करते हुए Cal AI नामक एक कैलोरी ट्रैकिंग ऐप सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसने केवल एक वर्ष में 56 मिलियन डॉलर की अद्भुत आय उत्पन्न की।
Cal AI की मुख्य विशेषता यह है कि यह फोटो के माध्यम से खाद्य कैलोरी की पहचान करता है, इसका उपयोग करना बहुत सरल है, उपयोगकर्ता को केवल खाद्य फोटो अपलोड करनी होती है, जिसके बाद उन्हें विस्तृत कैलोरी और पोषण सामग्री का विश्लेषण प्राप्त होता है। इस नवोन्मेषी डिजाइन ने Cal AI को समान उत्पादों में अलग खड़ा कर दिया है। ज़ैच के अनुसार, Cal AI उन्नत AI इमेज रिकग्निशन तकनीक पर निर्भर करता है, जिसकी सटीकता 90% तक है, जो पारंपरिक ऐप्स के प्रदर्शन को काफी पीछे छोड़ देता है।
इस ऐप की सफलता न केवल इसके उत्कृष्ट उत्पाद डिज़ाइन के लिए है, बल्कि सटीक मार्केटिंग रणनीति के लिए भी है। ज़ैच और ब्लेक ने KOL सहयोग, भुगतान किए गए विज्ञापनों और वायरल मार्केटिंग के माध्यम से ब्रांड की जागरूकता को तेजी से बढ़ाया। विशेष रूप से TikTok जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर, उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के KOL के साथ सहयोग किया, जिससे Cal AI की विशेषताओं को जीवन शैली के वीडियो में स्वाभाविक रूप से शामिल किया गया, जिससे बड़ी संख्या में उपयोगकर्ताओं का ध्यान आकर्षित हुआ।
Cal AI की मूल्य निर्धारण रणनीति भी काफी आकर्षक है, मासिक शुल्क केवल 10 डॉलर और वार्षिक शुल्क 30 डॉलर है, जो बाजार में समान उत्पादों की तुलना में काफी कम है। यह उपयोगकर्ता-केंद्रित मूल्य निर्धारण विधि Cal AI को थोड़े समय में बहुत सारे उपयोगकर्ताओं को इकट्ठा करने में मदद करती है, जिससे अच्छा व्यावसायिक लाभ प्राप्त होता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि एंडरसन ने Cal AI लॉन्च करने से पहले, दो AI ऐप्स - Plug AI और Umax, जो क्रमशः डेटिंग सहायक और पुरुषों के कपड़ों के सहायक हैं, को सफलतापूर्वक विकसित किया था। उनकी सफलता का रहस्य केवल उत्पाद की नवाचार में नहीं है, बल्कि बाजार की मांग की तीव्र अंतर्दृष्टि और प्रभावी मार्केटिंग रणनीति में भी है। इन युवाओं की सफलता की कहानियाँ साबित करती हैं कि AI युग में, रचनात्मकता और कार्यान्वयन क्षमता महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धात्मकता बन जाएगी।