हाल ही में, भारत के कई उद्यमियों ने दिल्ली में OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन और उनकी नेतृत्व टीम के साथ एक बंद दरवाजे की बैठक की। बैठक में उपस्थित लोगों ने सहमति व्यक्त की कि OpenAI के AI मॉडल की कीमतें भारत में बहुत अधिक हैं, और स्थानीय बाजार के अनुरूप क्षेत्रीय मूल्य निर्धारण करने का सुझाव दिया ताकि भारत के उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र का बेहतर समर्थन किया जा सके।
भारत का वैश्विक AI पारिस्थितिकी तंत्र में महत्व बढ़ता जा रहा है। ऑल्टमैन ने बैठक में कहा कि भारत OpenAI का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जहाँ मजबूत डेवलपर और उद्यमियों की टीम है। उपस्थित उद्यमियों में Snapdeal के सह-संस्थापक कुणाल बहल, Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और ऑनलाइन शिक्षा मंच Unacademy के संस्थापक गौरव मेंजा शामिल थे। उन्होंने OpenAI के उत्पादों पर अपने विचार साझा किए और चर्चा की कि कैसे OpenAI के मॉडल का उपयोग करके भारत के स्थानीय व्यवसायों का विकास किया जा सकता है।
बहल ने सोशल मीडिया पर कहा कि OpenAI टीम को अपनी उच्च कीमतों और कम कीमतों की आवश्यकता का एहसास हुआ है, ताकि व्यापक बाजार अपनाने को सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही, उन्होंने बताया कि बुनियादी मॉडल की दक्षता 80%-90% तक हो सकती है, लेकिन विशेष उद्योगों की आवश्यकताओं के लिए एक मजबूत अनुप्रयोग स्तर का निर्माण करना आवश्यक है। HealthifyMe के संस्थापक तुषार वाहीष्ट ने भी बैठक में उल्लेख किया कि AI के साथ स्वास्थ्य कोच, मेंटर्स और डॉक्टर भारत और विश्व स्तर पर पेश किए जाएंगे।
भारत के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक में कहा कि भारत के युवा नवाचार को बढ़ावा देने में बहुत बड़ी क्षमता रखते हैं, और उन्होंने इसे भारत के चंद्रमा अन्वेषण मिशन "चंद्रयान" के साथ तुलना की, यह आशा व्यक्त करते हुए कि बड़े भाषा मॉडल के विकास में भी इसी तरह की दृढ़ता और दक्षता दिखाई देगी।
जब मूल्य पर चर्चा की गई, तो ऑल्टमैन ने कहा कि AI प्रशिक्षण की लागत बढ़ती रहेगी, लेकिन बुद्धिमता से मिलने वाले लाभ भी लगातार बढ़ते रहेंगे। उन्होंने वादा किया कि वे भारत के बाजार के लिए विशेष समाधान तैयार करते रहेंगे। इस बैठक का संदर्भ यह है कि चीन की AI प्रयोगशाला DeepSeek OpenAI, Meta और गूगल के समकक्ष AI मॉडल को काफी कम कीमत पर पेश कर रही है, जिससे OpenAI को प्रतिस्पर्धात्मक दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
जब API मूल्य निर्धारण पर चर्चा हुई, तो Paytm के संस्थापक शर्मा ने कहा कि हालांकि ऑल्टमैन ने स्पष्ट रूप से कोई वादा नहीं किया, लेकिन उन्होंने खुला स्रोत और लागत कम करने के विकल्पों पर विचार करने का संकेत दिया। वास्तव में, हाल ही में ऑल्टमैन ने Reddit पर एक प्रश्नोत्तर में भी स्वीकार किया कि भविष्य में AI धीरे-धीरे खुला स्रोत की दिशा में बढ़ेगा।
भारत में AI का प्रसार उपयोगकर्ता के अनुकूल और सस्ती कीमतों पर निर्भर करता है। OpenAI का वर्तमान ChatGPT Pro प्रति माह 200 डॉलर का शुल्क लेता है, जो भारत की औसत आय स्तर पर काफी अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि AI को भारत के दैनिक जीवन में प्रभावी बनाने के लिए स्थानीयकरण सामग्री के निर्माण पर ध्यान देना आवश्यक है।
मुख्य बिंदु:
🌍 भारतीय उद्यमियों ने OpenAI के शीर्ष अधिकारियों से मिलकर AI मॉडल की कीमतें कम करने की अपील की।
💡 OpenAI ने अपनी उच्च मूल्य निर्धारण समस्या को स्वीकार किया और भारतीय बाजार की मांग के अनुसार समायोजन पर विचार कर रहा है।
🤖 प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, भारतीय बाजार को उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अधिक स्थानीयकृत AI समाधानों की आवश्यकता है।