हाल ही में, वैश्विक स्तर पर पहली "मानव-आकृति रोबोट" Protoclone ने सोशल मीडिया पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया है। यह रोबोट न केवल आकर्षक डिजाइन में है, बल्कि इसमें मांसपेशियों और हड्डियों की संरचना भी है, जो लोगों को आश्चर्यचकित करती है। एक ध्यान आकर्षित करने वाले वीडियो में, Protoclone एक हैंगिंग फ्रेम पर चुपचाप लटका हुआ है, और समय के साथ, यह धीरे-धीरे झटके और गति दिखाने लगता है, अंततः इसके चारों अंगों में गतिविधि शुरू होती है, जो अत्यंत मानवता की भावना को दर्शाती है।
Protoclone को तकनीकी स्टार्टअप कंपनी Clone Robotics द्वारा विकसित किया गया है, जो दावा करती है कि Protoclone दुनिया का पहला "मांसपेशी-हड्डी आधारित एंड्रॉइड रोबोट" है। वीडियो में, रोबोट के पैर और हाथ लगातार झटके लेते हैं, और उसके पारदर्शी त्वचा के नीचे सिंथेटिक मांसपेशियाँ संकुचित होती हैं, जैसे कि यह वास्तविक शारीरिक प्रतिक्रिया को प्रदर्शित कर रही हो। यह आश्चर्यजनक दृश्य न केवल असहज करता है, बल्कि भविष्य की तकनीक के बारे में अनंत कल्पनाएँ भी उत्पन्न करता है।
कंपनी का लक्ष्य "संश्लेषित मानव" बनाना है, जिसे असली मानव से लगभग अलग करना असंभव हो। Protoclone की शारीरिक संरचना में 1000 से अधिक सिंथेटिक मांसपेशियाँ और 500 सेंसर शामिल हैं, जिसमें 200 डिग्री की गति की स्वतंत्रता है, जिसका मतलब है कि यह 200 स्वतंत्र गतियों को प्राप्त कर सकता है। हालांकि Protoclone को "बिना चेहरे" के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसकी आकृति अत्यंत "एनाटॉमिकली सही" डिज़ाइन की गई है।
इस रोबोट के विकास टीम ने अन्य रोबोट निर्माताओं की तुलना में इसकी तकनीकी विशिष्टता पर जोर दिया। Clone Robotics ने यहां तक कि Tesla के रोबोट को चुनौती दी, यह दावा करते हुए कि उनके उत्पाद कई क्षेत्रों में अधिक लाभकारी हैं, विशेष रूप से मांसपेशियों की ताकत और लागत में। इसके अलावा, Clone Robotics ने यह भी बताया कि वे 2025 में और अधिक अद्भुत उत्पाद लॉन्च करेंगे।
वेबसाइट: https://www.clonerobotics.com/
मुख्य बिंदु:
🌟 Protoclone दुनिया का पहला "मांसपेशी और हड्डी" संरचना वाला मानव-आकृति रोबोट है, जिसकी गति अत्यंत मानवता से भरी है।
🤖 यह रोबोट 1000 से अधिक सिंथेटिक मांसपेशियों और 500 सेंसर से बना है, जिसमें 200 डिग्री की गति की स्वतंत्रता है।
🚀 Clone Robotics 2025 में और अधिक नवोन्मेषी उत्पादों को लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य "संश्लेषित मानव" बनाना है।