हालिया शोध से पता चला है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके स्ट्रोक रोगियों में बड़े रक्त वाहिकाओं की रुकावट (LVO) का पता लगाने की गति को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया जा सकता है, जिससे उपचार का समय कम होता है और संभावित रूप से उपचार के परिणामों में सुधार होता है। चार समग्र स्ट्रोक केंद्रों पर किए गए नैदानिक परीक्षणों के माध्यम से, शोधकर्ताओं ने पाया कि यह स्वचालित प्रणाली 60% मृत्यु दर में कमी से जुड़ी है। इस तकनीक का कार्यान्वयन तीव्र इस्केमिक स्ट्रोक (AIS) रोगियों के उपचार प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।
AI ने स्ट्रोक के उपचार के समय को काफी कम किया, जीवन को बचाया
