हाल ही में, अमेरिका के न्यू यॉर्क टाइम्स को मिले अदालती दस्तावेज़ों से पता चला है कि सैन फ़्रांसिस्को स्थित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप एंथ्रोपिक और गूगल के बीच के संबंध पहले की समझ से कहीं ज़्यादा गहरे हैं। दस्तावेज़ों से पता चलता है कि गूगल के पास वर्तमान में एंथ्रोपिक का 14% हिस्सा है, और इस साल 7.5 अरब डॉलर के परिवर्तनीय ऋण समझौते के माध्यम से और निवेश करने की योजना बना रहा है। इससे गूगल का एंथ्रोपिक में कुल निवेश 30 अरब डॉलर से अधिक हो गया है।
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हालांकि गूगल को कंपनी में वोटिंग अधिकार, निदेशक पद या प्रत्यक्ष नियंत्रण नहीं है, लेकिन इसके भारी निवेश ने एंथ्रोपिक की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए हैं। वर्तमान में AI स्टार्टअप बड़ी तकनीकी कंपनियों के वित्तीय समर्थन पर निर्भर होते जा रहे हैं, ऐसे में नियामक इस बात पर भी ध्यान दे रहे हैं कि क्या ये लेनदेन बड़ी कंपनियों को अनुचित लाभ दे रहे हैं। हालांकि, हाल ही में अमेरिकी न्याय विभाग ने एक प्रस्ताव वापस ले लिया है, जिसके तहत कुछ कंपनियों को अपने शेयर बेचने के लिए मजबूर किया जाना था।
इस बीच, गूगल अपनी तकनीक विकसित कर रहा है और चुपके से कुछ प्रतिस्पर्धियों का समर्थन भी कर रहा है, जो स्पष्ट रूप से अपने भविष्य के लिए बहुआयामी रणनीति बना रहा है। गूगल के अलावा, अमेज़ॅन भी एंथ्रोपिक में निवेश कर रहा है, और अब तक 80 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया है। इस पृष्ठभूमि में, एंथ्रोपिक और अन्य बड़े AI स्टार्टअप का भविष्य चिंता का विषय है। क्या वे अभी भी स्वतंत्र नवप्रवर्तक बने रहेंगे, या धीरे-धीरे बड़ी तकनीकी कंपनियों की सहायक कंपनियां बन जाएंगी?
वैश्विक AI क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, एंथ्रोपिक का भविष्य न केवल अपनी तकनीकी क्षमता से प्रभावित होगा, बल्कि बड़ी तकनीकी कंपनियों के साथ इसके संबंधों से भी गहराई से प्रभावित होगा। बाजार के परिवर्तन के साथ, AI स्टार्टअप स्वतंत्रता और धन के स्रोतों के बीच संतुलन कैसे बनाए रखेंगे, यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा।
मुख्य बातें:
🌟 गूगल ने एंथ्रोपिक में 30 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है और 14% हिस्सेदारी रखता है।
🔍 गूगल के पास वोटिंग अधिकार नहीं है, लेकिन इसके निवेश ने एंथ्रोपिक की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए हैं।
💰 अमेज़ॅन भी एंथ्रोपिक का समर्थन कर रहा है और 80 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया है, जिससे बड़ी तकनीकी कंपनियों का AI स्टार्टअप पर प्रभाव और बढ़ गया है।