वैश्विक परामर्श कंपनी मैकिन्से की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले वर्षों में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हर साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2.6 ट्रिलियन से 4.4 ट्रिलियन डॉलर तक का योगदान कर सकता है। रिपोर्ट में भविष्यवाणी की गई है कि जनरेटिव AI उच्च वेतन वाली ज्ञान आधारित नौकरियों जैसे कि बिक्री, मार्केटिंग आदि का बड़े पैमाने पर स्वचालन करेगा। AI स्वचालन सबसे पहले अमेरिका जैसे समृद्ध देशों में लोकप्रिय होगा, जबकि भारत जैसे देशों में इसकी अपनाने की गति धीमी होगी, जिससे विभिन्न देशों के बीच रोजगार और आय में अंतर और बढ़ सकता है। AI तकनीक के रोजगार बाजार पर प्रभाव को सावधानी से देखना चाहिए, और एल्गोरिदम पूर्वाग्रह, डेटा सुरक्षा जैसे जोखिमों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, और इस उद्योग के विकास को उचित रूप से विनियमित करना चाहिए।