ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जोर देकर कहा कि केवल सरकार ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े खतरों का सामना कर सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि AI तकनीक रासायनिक या जैविक हथियारों के निर्माण को और भी आसान बना सकती है, डर फैलाने में मदद कर सकती है, और चरम स्थितियों में मानव नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर हो सकती है। AI के खतरों को बेहतर ढंग से समझने और मूल्यांकन करने के लिए, ब्रिटेन एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा अनुसंधान संस्थान स्थापित करेगा। अगले सप्ताह होने वाले वैश्विक सम्मेलन में AI की अप्रत्याशित प्रगति और मानवता के इसके नियंत्रण को खोने की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। G7 नेताओं ने विश्वसनीय AI बनाने के लिए मानकों को अपनाने का आह्वान किया है।