बीजिंग इंटरनेट कोर्ट ने एक AI द्वारा उत्पन्न चित्रों के कॉपीराइट उल्लंघन विवाद मामले में एक प्रथम-instance निर्णय दिया है। यह AI द्वारा उत्पन्न चित्रों के क्षेत्र में कॉपीराइट का पहला मामला है। कोर्ट ने माना कि AI द्वारा उत्पन्न चित्रों में मौलिकता है, जो मानव बुद्धि के निवेश को दर्शाती है, और इसे एक कार्य के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए, जिसे कॉपीराइट कानून द्वारा संरक्षित किया जाएगा। कोर्ट ने यह भी जोर दिया कि जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल चित्र उत्पन्न करता है, तो यह मूल रूप से मानव द्वारा उपकरण का उपयोग करके रचना करना होता है, और पूरे रचनात्मक प्रक्रिया में बुद्धि का निवेश मानव द्वारा किया जाता है, न कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल द्वारा। इसलिए, जब भी यह मानव की मौलिकता और बुद्धि के निवेश को दर्शाता है, इसे एक कार्य के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए और कॉपीराइट का अधिकार होना चाहिए। यह निर्णय AI द्वारा उत्पन्न चित्रों के क्षेत्र में कॉपीराइट संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण महत्व रखता है।