हालिया एक अध्ययन से पता चला है कि Coscientist नामक AI प्रणाली ने बड़े भाषा मॉडल GPT-4 और इंटरनेट तथा दस्तावेज़ खोज जैसे उपकरणों का उपयोग करते हुए 6 मिनट के भीतर 2010 में नोबेल रसायन पुरस्कार जीतने वाले एक अध्ययन को सफलतापूर्वक दोहराया। यह दर्शाता है कि AI स्वतंत्र वैज्ञानिक प्रयोग कर सकता है, बिना मानव भागीदारी के रसायन प्रयोगों को डिज़ाइन और निष्पादित कर सकता है। AI अनुसंधान की दक्षता को काफी बढ़ा सकता है और शोध के पारंपरिक तरीकों को बदल सकता है। AI प्रयोग सहायक 24 घंटे काम कर सकते हैं, मानव संसाधनों की कमी को पूरा कर सकते हैं। AI प्रयोग के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएँ हैं, और अधिक शोध में breakthroughs प्राप्त करने की उम्मीद है।
AI ने नोबेल पुरस्कार अनुसंधान को केवल कुछ मिनटों में दोहराया
