500 से अधिक AI विशेषज्ञों ने एक सार्वजनिक पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें सरकार से कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा उत्पन्न गहरे फर्जीवाड़े का मुकाबला करने के लिए कानून बनाने की मांग की गई है। सार्वजनिक पत्र में बच्चों के यौन शोषण सामग्री के गहरे फर्जीवाड़े को आपराधिक रूप से मान्यता देने पर जोर दिया गया है, और इसमें वैश्विक विद्वानों के हस्ताक्षर शामिल हैं। विशेषज्ञों ने सरकार से गहरे फर्जीवाड़े के प्रसार को रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया है, ताकि बढ़ती हुई धमकी का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा सके।