गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट (Eric Schmidt) ने एक प्रकाशित कॉलम में अमेरिका से ओपन-सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के विकास में तेजी लाने की अपील की है, ताकि DeepSeek के उदय का मुकाबला किया जा सके।

रोबोट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 2025

चित्र स्रोत नोट: चित्र AI द्वारा उत्पन्न, चित्र अधिकार सेवा प्रदाता Midjourney

श्मिट का मानना है कि DeepSeek का उदय वैश्विक AI प्रतियोगिता के एक मोड़ का प्रतीक है, जो दर्शाता है कि चीन कम संसाधनों का उपयोग करके बड़ी तकनीकी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है। श्मिट ने बताया कि DeepSeek का मुकाबला करने के लिए, अमेरिका को अधिक ओपन-सोर्स मॉडल विकसित करने, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बुनियादी ढांचे (जैसे कि इंटरस्टेलर गेट) में निवेश करने और प्रमुख प्रयोगशालाओं को उनके प्रशिक्षण विधियों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी जोर दिया कि DeepSeek की सफलता केवल उसकी तकनीकी उन्नति में नहीं है, बल्कि इसके ओपन-सोर्स रणनीति में है, जिससे अधिक AI टीमें अत्याधुनिक मॉडलों के आधार पर और अधिक AI मूल एप्लिकेशन विकसित कर सकें। चीन के इंजीनियरिंग अकादमी के सदस्य और त्सिंगhua विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रोफेसर झेंग वेइमिन ने बताया कि DeepSeek की सफलता के मुख्य कारण तीन पहलुओं पर केंद्रित हैं: DeepSeek-V3 और DeepSeek-R1 दोनों मॉडल ने OpenAI के GPT-4o और o1 मॉडल की क्षमताओं के बराबर प्रदर्शन किया, जबकि लागत केवल OpenAI मॉडल का लगभग दसवां हिस्सा है।

इसके अलावा, DeepSeek ने इन दोनों मॉडलों की तकनीक को ओपन-सोर्स किया, जिससे AI तकनीक की लोकप्रियता और उपयोग को और बढ़ावा मिला।

मुख्य बिंदु:

 🌐 गूगल के पूर्व सीईओ श्मिट ने अमेरिका से ओपन-सोर्स AI विकास में तेजी लाने की अपील की।

 🌟 DeepSeek का उदय वैश्विक AI प्रतियोगिता में एक नया मोड़ है।

 🎉 DeepSeek-V3 और R1 मॉडल की प्रदर्शन उत्कृष्ट है और लागत कम है, AI तकनीक की लोकप्रियता को बढ़ावा देता है।