हाल के जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, 58% अमेरिकी वयस्क मानते हैं कि 2024 के चुनावों में गलत जानकारी बढ़ेगी, और वे मानते हैं कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण इसके लिए जिम्मेदार हैं। अधिकांश लोग मानते हैं कि उम्मीदवारों द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके झूठा या भ्रामक मीडिया बनाना, तस्वीरों या वीडियो को संपादित करना, मतदाताओं की जरूरतों के अनुसार राजनीतिक विज्ञापन बनाना और चैटबॉट का उपयोग करके मतदाताओं के सवालों का जवाब देना गलत है। लोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता चैटबॉट द्वारा प्रदान की गई जानकारी पर संदेह करते हैं और राष्ट्रपति चुनाव की जानकारी के लिए समाचार मीडिया, दोस्तों और परिवार, और सोशल मीडिया पर भरोसा करने की अधिक संभावना रखते हैं। अधिकांश अमेरिकी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नियमन का समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि सरकार, तकनीकी कंपनियां, सोशल मीडिया कंपनियां और समाचार मीडिया गलत जानकारी के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाएं।
अमेरिकी सर्वेक्षण: 58% का मानना है कि 2024 के चुनावों में झूठी जानकारी बढ़ेगी, AI जिम्मेदार है
