आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इमेज जनरेटर मिडजर्नी ने सेवा की शर्तों में बदलाव किया है, जिसमें पहले के मजेदार शब्दों के स्थान पर अधिक औपचारिक कानूनी भाषा का उपयोग किया गया है। यह बदलाव मिडजर्नी के विश्वास को दर्शाता है कि वह रचनाकारों के साथ संभावित कॉपीराइट मुकदमे में जीत सकता है। मिडजर्नी लगातार यह तर्क करता रहा है कि "उचित उपयोग" के सिद्धांत के अनुसार कॉपीराइटेड कार्यों का उपयोग मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाना स्वीकार्य है। हालाँकि, कुछ कलाकारों और सामग्री निर्माताओं का मानना है कि मिडजर्नी का व्यवहार उनके कॉपीराइट का उल्लंघन करता है। मिडजर्नी द्वारा सेवा की शर्तों में बदलाव, यह संकेत दे सकता है कि उन्हें अदालत में कॉपीराइट मामले में जीतने का पूरा विश्वास है। यदि उचित उपयोग को मिडजर्नी के मामले में लागू नहीं किया जाता है, तो कंपनी को बड़े चुनौती का सामना करना पड़ेगा।