अमेरिकी वायु सेना और अंतरिक्ष बल ने हाल ही में "NIPRGPT" नामक एक जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य जानकारी प्राप्त करने में सुधार करना और विभाग के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाना है। यह ChatGPT के समान AI टूल कर्मियों को ऑनलाइन संचार, सीखने और कोडिंग जैसे कार्यों को सुरक्षित और कुशलता से करने में मदद करेगा।

वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, NIPRGPT अभी विकास में है, लेकिन इसने सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए हैं और इसे "असाधारण" तकनीकी प्रगति के रूप में देखा जा रहा है। यह वायु सेना विभाग के कौशल और लचीलापन के विकास में एक महत्वपूर्ण सहायक बनेगा और यह कई आधुनिकीकरण योजनाओं का हिस्सा है।

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छवि स्रोत टिप्पणी: छवि AI द्वारा उत्पन्न, छवि लाइसेंस सेवा प्रदाता Midjourney

NIPRGPT व्यावसायिक AI समाधानों के सुरक्षित समीक्षा के बाद टीमों को सर्वोत्तम उपकरण समर्थन प्रदान करेगा। जैसे-जैसे अधिक जटिल कार्यक्षमताएं पेश की जाएंगी, यह कर्मियों को प्रयोग और सीखने के अधिक अवसर प्रदान करेगा, और विभिन्न AI मॉडलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने की अनुमति देगा।

वायु सेना विभाग व्यावसायिक भागीदारों के साथ सहयोग करने की योजना बना रहा है, ताकि बलों की जनरेटिव AI की विशिष्ट आवश्यकताओं का आकलन किया जा सके, और फिर तकनीकी प्रदाताओं का चयन किया जा सके। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि विभिन्न AI मॉडलों का विशिष्ट परिदृश्यों में प्रदर्शन भिन्न हो सकता है।

NIPRGPT वायु सेना अनुसंधान प्रयोगशाला की सूचना ब्यूरो के "डार्क स्वॉर्ड" कार्यक्रम से उत्पन्न हुआ है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अगली पीढ़ी的软件和AI功能开发 करना है, जो अमेरिकी सेना की संचालन आवश्यकताओं का समर्थन करेगा।

इस बीच, रक्षा उन्नत अनुसंधान परियोजना एजेंसी (DARPA) अस्थायी तरीकों को समाप्त करने और सैन्य AI के प्रदर्शन और सटीकता को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। इस एजेंसी ने "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्वांटिफिकेशन" (AIQ) प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य AI क्षमताओं की जांच और समझ करना है, ताकि स्वायत्त और अर्ध-स्वायत्त तकनीकों के सुरक्षित नैतिक उपयोग के लिए गणितीय गारंटी प्रदान की जा सके।

AIQ कार्यक्रम विशिष्ट प्रश्नों और समस्या प्रकारों के चारों ओर विकसित होगा, AI क्षमताओं के मूल्यांकन के लिए एक सख्त आधार स्थापित करेगा, और तीन साल की अवधि में मॉडल मूल्यांकन विधियों का निर्माण करेगा।