ब्रिटेन के साइबर सुरक्षा केंद्र ने चेतावनी दी है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीकें फ़िशिंग हमलों को पहचानना और भी मुश्किल बना देंगी। जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बड़े भाषा मॉडल साइबर हमलों की संख्या में वृद्धि करेंगे और सामाजिक इंजीनियरिंग और धोखाधड़ी सूचना के प्रभाव को बढ़ाएंगे। हैकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीकों का उपयोग करके फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनाते हैं, और रैनसमवेयर हमलों में भी वृद्धि होने की उम्मीद है, जो नागरिकों और संस्थाओं के लिए खतरा बढ़ाएगा। जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उपकरण फ़र्ज़ी प्रलोभन दस्तावेज़ बनाकर हैकरों को संभावित पीड़ितों तक पहुँचने में मदद करते हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता ने फ़िशिंग ईमेल का पहचानना कठिन बना दिया है
