भारतीय रिज़र्व बैंक ने मैकिन्से और एक्सेंचर जैसी कंपनियों के साथ मिलकर नियामक सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग सिस्टम विकसित करने की योजना बनाई है। इस बैंक ने पहले ही नियामक प्रक्रियाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग किया है और इसे बढ़ाने की योजना बना रहा है। इन तकनीकों का उपयोग करके वास्तविक समय में डेटा रिपोर्टिंग, प्रभावी डेटा प्रबंधन और संचार किया जा सकता है, जो नियामक क्षमताओं को बढ़ाता है और वित्तीय प्रणाली की स्थिरता और विकास को बढ़ावा देता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने निगरानी में सुधार के लिए मैकिन्से और एक्सेंचर के साथ मिलकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली विकसित की
